:امام هادى عليه السلام
مَن رَضِيَ عَن نَفسِهِ كَثُرَ السّاخِطونَ عَلَيهِ؛
[بحار الأنوار: ج 72 ، ص 316]
इमाम हादी अ.स.
जो खुद से राज़ी हो जाए उस से नाराज होने वालों की संख्या ज़्यादा हो जाती है।
..........राज़ी हो जाए उस से नाराज होने वालों की संख्या ज़्यादा हो जाती है।
इमाम हादी अ.स.
जो खुद से राज़ी हो जाए उस से नाराज होने वालों की संख्या ज़्यादा हो जाती है।
आपकी टिप्पणी